Tuesday, 12 May 2020

ये लाल रंग....

शीर्षक- ये लाल रंग...

ये लाल रंग भी कितना अजीब है ...

किसी लड़की के माथे पे पड़ते ही ,
उसे सुहागन बना देता है ।
जो खुद कभी किसी की बेटी थी,
आज उसे एक पत्नी फिर बहू और फिर माँ बना देता है ।

ये लाल रंग भी कितना अजीब है.....

दोनो भौहों (eye brows) के बीच लगने वाली,
वो लाल बिंदी....
बिंदी जो स्त्री की सुन्दरता का एक साधन है ,
उसके सोलह शृंगार को पुरा कर देता है ।
ये लाल रंग ही तो है जो ...
उसके हाँथों में छनकने वाली चुड़ी ,
और उसके होठों के प्यारी सी मुस्कराहट को भी
लाल कर देता है ।

ये लाल रंग भी कितना अजीब है ...

जो लड़की कल अपनी आधी एड़ी को आलता से भरती थी ,
आज नाई उसके परों को आलता से पुरा भर सकता है ।
और पूरी एड़ी रंगने के बाद ही उसे ,
पूजा में बैठने का अधिकार , सम्मान, ओर फल मिलता है ।

ये लाल रंग भी कितना अजीब है....

जो एक विधवा से लाल रंग ही छीन लेता है।
और गलती से छू भी ले अगर लाल रंग ,
तो उसपे तानों की बौछार कर देता है ।

ये लाल रंग भी कितना अजीब है,
जो पति के रहते ही औरत का हो सकता है ।
और पति के जाते ही ,
पति अपना लाल रंग अपने साथ ले जाता है ।


ये लाल रंग भी कितना अजीब है......

No comments:

Post a Comment

ये लाल रंग....

शीर्षक- ये लाल रंग... ये लाल रंग भी कितना अजीब है ... किसी लड़की के माथे पे पड़ते ही , उसे सुहागन बना देता है । जो खुद कभी किसी की बेटी...